दीपावली कब है 2018 में???
दीवाली कब है? |
दीवाली कब है?
हमे पता है कि आप उत्सुुक होंगे यह जानने के लिए की 2018 में दीवाली कब है! इसी की उत्तर देने के लिए मैं हाज़िर हुँ|
हमे पता है कि आप उत्सुुक होंगे यह जानने के लिए की 2018 में दीवाली कब है! इसी की उत्तर देने के लिए मैं हाज़िर हुँ|
हमे इस त्योहार का बेसब्री से इंतज़ार रहता है खास करके बच्चो को।
दिवाली, एक धार्मिक, विविध रंगों के प्रयोग से रंगोली सजाने, प्रकाश औऱ खुशी का, अंधकार हटाने का, मिठाईयों का,पूजा आदि का त्यौहार है, जो पूरे भारत के साथ साथ देश के बाहर भी कई स्थानों पर मनाया जाता है। यह रोशनी की कतार या प्रकाश का त्यौहार कहा जाता है। यह सम्पूर्ण विश्व में मुख्यतः हिन्दूओं और जैनियों द्वारा मनाया जाता है।उस दिन बहुत से देशों जैसे तोबागो, सिंगापुर, सुरीनम, नेपाल, मारीशस, गुयाना, त्रिनद और श्री लंका, म्यांमार, मलेशिया और फिजी में राष्ट्रीय अवकाश होता है।
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यह पाँच दिन (धनतेरस, नरक चतुर्दशी, अमावश्या, कार्तिक सुधा पधमी, यम द्वितीया या भाई दूज) का हिन्दू त्यौहार है जो धनतेरस (अश्वनी माह के पहले दिन का त्यौहार है) से शुरु होता है और भाई दूज (कार्तिक माह के अन्तिम दिन का त्यौहार है) पर खत्म होता है। दिवाली के त्यौहार की तारीख हिन्दू चन्द्र सौर कलैण्डर के अनुसार र्निधारित होती है। यह बहुत खुशी से घरों को सजाकर बहुत सारी लाइटों, दिये, मोमबत्तियॉ, आरती पढकर, उपहार बॉटकर, मिठाईयॉ, ग्रीटिंग कार्ड, एस एम एस भेजकर, रंगोली बनाकर, खेल खेलकर, मिठाईयॉ खाकर, एक दूसरे के गले लगकर औऱ भी बहुत सारी गतिविधियों के साथ मनाते है।
दिवाली 2018 पूजा कैलेंडर का पहला दिन– 4 नवंबर, रविवार: दीपावली 2018 पूजा कैलेंडर की शुरुआत 4 नवंबर से होगी जिस दिन गोवत्स द्वादशी, बासु बरस पूजा होगा.
दिवाली 2018 पूजा कैलेंडर का दूसरा दिन– 5 नवंबर, सोमवार: दीपावली 2018 पूजा कैलेंडर के दूसरे दिन 5 नवंबर को धनतेरस पूजा है. धनतेरस पूजा को धनत्रयोदशी या धनवंतरि त्रयोदशी भी कहते हैं. इसी दिन काली चौदस, यम दीपम और हनुमान पूजा भीा है.
दिवाली 2018 पूजा कैलेंडर का तीसरा दिन– 6 नवंबर, मंगलवार: दीपावली 2018 पूजा कैलेंडर के तीसरे दिन 6 नवंबर को नारक चतुर्दशी, तमिल दीपावली भी होती है. इसी दिन बंगाल काली पूजा भी है.
दिवाली 2018 पूजा कैलेंडर का चौथा दिन– 7 नवंबर, बुधवार: दीपावली 2018 पूजा कैलेंडर के चौथे दिन 7 नवंबर को लक्ष्मी पूजा, दिवाली पूजा भी होगी.
दिवाली 2018 पूजा कैलेंडर का पांचवा दिन-8 नवंबर गुरुवार: दीपावली 2018 पूजा कैलेंडर के पांचवा दिन 8 नवंबर को गोवर्धन पूजा 2018 के, साथ ही अनाकुत बाली पूजा होगा.
दिवाली 2018 पूजा कैलेंडर का छठा दिन -9 नवंबर शुक्रवार: दीपावली 2018 पूजा कैलेंडर के छठा दिन 9 नवंबर को भाई दूज की पूजा होती है.
शुभ मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त: शाम 17:57 से 19:53 तक।
प्रदोष काल: शाम 17:27 बजे से 20:06 बजे तक।
वृषभ काल: 17:57 बजे से 19:53 बजे से तक।
दिवाली पूजा विधि
दिवाली पूजन में सबसे पहले श्री गणेश जी का ध्यान करें। इसके बाद गणपति को स्नान कराएं और नए वस्त्र और फूल अर्पित करें।
इसके बाद देवी लक्ष्मी का पूजन शुरू करें। मां लक्ष्मी की प्रतिमा को पूजा स्थान पर रखें। मूर्ति में मां लक्ष्मी का आवाहन करें। हाथ जोड़कर उनसे प्रार्थना करें कि वे आपके घर आएं।
अब लक्ष्मी जी को स्नान कराएं। स्नान पहले जल फिर पंचामृत और फिर वापिस जल से स्नान कराएं। उन्हें वस्त्र अर्पित करें। वस्त्रों के बाद आभूषण और माला पहनाएं।
इत्र अर्पित कर कुमकुम का तिलक लगाएं। अब धूप व दीप जलाएं और माता के पैरों में गुलाब के फूल अर्पित करें। इसके बाद बेल पत्थर और उसके पत्ते भी उनके पैरों के पास रखें। 11 या 21 चावल अर्पित कर आरती करें। आरती के बाद परिक्रमा करें। अब उन्हें भोग लगाएं।